Breaking
26 Apr 2025, Sat

Bank Closed: भारत के चर्चित बैंक पर RBI ने लगा दिया ताला, लोगो का पैसा डूबने से मचा हंगामा

Bank Closed: RBI locked India's famous bank, uproar ensued as people lost their money

Bank Closed: भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के हाथों में सभी बैंकिंग सेक्टर की निगरानी और संचालन की जिम्मेदारी है जिसको आरबीआई के द्वारा बखूबी निभाया भी जाता है और अब हाल ही में आरबीआई के द्वारा एक बड़ा फैसला भी लिया गया जिससे मालूम चल रहा है कि महाराष्ट्र स्थित द सिटी कोऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस आरबीआई के द्वारा रद्द कर दिया गया है यह फैसला तो बैंक की वित्तीय स्थिति को देखते हुए लिया गया है इस कदम के पीछे आरबीआई का मुख्य उद्देश्य वित्तीय सिस्टम की अखंडता को बनाए रखना और ग्राहकों के हितों की रक्षा करना है.

Bank Closed: आरबीआई ने द सिटी कोऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस क्यों रद्द किया?

आरबीआई ने द सिटी कोऑपरेटिव बैंक की जांच के अंदर पाया है कि इस बैंक के पास ना तो पर्याप्त पैसा है और ना ही भविष्य की कमाई के लिए कोई ठोस संभावनाएं हैं ऐसे में बैंक के आंतरिक डाटा और संचालन के तरीकों को देखते हुए बैंक ने महत्वपूर्ण बैंकिंग नियमों का उल्लंघन भी किया है ऐसे में आरबीआई का तो यही मानना था कि ऐसे बैंक के इस प्रकार के खराब प्रबंधन से ग्राहकों के हितों को नुकसान हो सकता है.

इन सबके अलावा रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने यहां तक भी पाया कि बैंक की विदेश स्थिति भी सही नहीं है और ना ही ग्राहकों को उनके जमा किए गए पैसे की राशि वापस करने की स्थिति है ऐसे में आरबीआई ने बैंक के लाइसेंस को ही रद्द कर दिया और सहकारी समितियां की लिस्ट रजिस्ट्रार को बैंक के सभी कार्य को बंद करने का भी बड़ा आदेश दे दिया इसके साथ ही बैंक के लिक्विडेटर को नियुक्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.

Bank Closed: अब लोगों का पैसे का क्या होगा?

आरबीआई जब कभी भी किसी बैंक का लाइसेंस रद्द करता है तो ग्राहकों की सबसे बड़ी चिंता तो यही होती है कि उनकी जमा राशि का आखिर क्या होगा इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक हमेशा आश्वासन देता है कि ग्राहक अपने जमा राशि के ₹500000 तक के हिस्से का दवा तक कर सकते हैं यह राशि जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम के द्वारा संरक्षित होती है जो भी ग्राहकों के पैसों को सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदार होती है.

ऐसे में द सिटी कोऑपरेटिव बैंक के मामले में भी 87 प्रतिशत जमा करता की पूंजी को वापस कर दिया जाएगा। बीमा और ऋण गारंटी निगम ने पहले भी लगभग 231 करोड़ का भुगतान प्रक्रिया में डाला है इस भुगतान से तो बैंक के सभी ग्राहकों को उनकी राशि का पूरा भुगतान प्राप्त हो जाएगा और बैंकिंग सेवाओं की सफलता की वजह से होने वाली चिंताएं कम होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *